11+ मातृभाषा पर विचार | Mother Tongue Quotes in Maithili
मातृभाषा पर विभिन्न रचनाकारसभके कविता अथवा गज़लके पाँति प्रस्तुत कएल जा रहल अछि।
Dhirendra Premarshi Mother Tongue Quotes in Maithili
मानैत छी जे नइँ अछि एक्खन, दुनियाकेर भूगोलमे
तैयो छी हम बचाकऽ रखनहि जकरा माइक बोलमे
सोहर, लगनी, जटाजटिन कि झिझिया, साँझ, परातीमे
एकहकटा मिथिला जीबैए, एकहक मैथिल छातीमे।
Dhirendra premarshi Quotes in Maithili
लोहछल नस-नसमे एखनहु तिरहुतिया सोनित बरकैए
केहनहु बज्जर मैथिलकेर धड़कनमे मिथिलहि धड़कैए
जिनगीक तुलसी चौरामे नित बरैत दीपक बातीमे
एकहकटा मिथिला जीबैए, एकहक मैथिल छातीमे
Mother Tongue Quotes
बगय-बानि बदलल रहितो माथा संस्कारक पाग जतऽ
विद्यापतिकेर गीतक सङ्ग पसरल मधुमय अनुराग जतऽ
होरीक रङ्ग, धुरखेलक सङ्ग सुकरातीक उक्कापातीमे
एकहकटा मिथिला जीबैए, एकहक मैथिल छातीमे
Mother Tongue Quotes in Maithili
सुरुजक अगुआनीलए जइठाँ महिँस-पीठपर पसर खुलै
सैर बराबरि गबैत जतऽ पौरखिया चाँचर प्रेम झुलै
करसी जरबैत घूरमे आऽ कनकन्नी पचबैत गाँतीमे
एकहकटा मिथिला जीबैए, एकहक मैथिल छातीमे
Mother Tongue Quotes in Maithili
मन-मनमे दहकैत चिनगीकेँ हवा लगाकऽ प्रखर करी
अन्हड़िमे बहकैत जिनगी ठेकनाएल पथपर मुखर करी
कतऽ-कतऽ बौआएब कते, जोड़ी मन-तार गतातीमे
एकहकटा मिथिला जीबैए, एकहक मैथिल छातीमे
Debendra Mishra Mother Tongue Quotes in Maithili
कोनो जातिके छीयै नइँ किनल
नहि दक्षिणा नइँ पुबारि छियै
विविध बोलीके स्वर्ग अनुपम
तँए मैथिली फूल नइँ फूलबारि छियै।
Gajendra Gajur Mother Tongue Quotes
ओकरा आगुमे चीनीयो तीत लगैय
हमरा त अपन मायक भाषा मीठ लगैय
जत हसब आ कानब जिनगीक परम्परा छै
ओहि भाषमे गारि सुनब सेहो गीत लगैय
Vidyanand Bedardi Mother Tongue Quotes
घुमलहुँ सगरे जगर भेटल नहि मगर मिथिला नगरसनके कोना आन
मागिँ लेब दोसर जन्म जँ एकबेर आओर जन्म दथि हमरा भगवान ।
Shekh Shabbir Ahamad jakhami Mother Tongue Quotes
ढोल पीटिकऽ बाजि रहल छी, आर बजाकऽ तासा
मिथिला देश निवासी छी हम, मैथिली हमर भाषा
पहिरिकऽ उज्जर बर्फक कम्मल
उत्तर ठाढ़ हिमालय छै
दक्षिण दिशामे पतित पावनी
गंगा नदी विराजै छै
मधुर मनोहर मुहकेर बोली, ढेओरल नीपल बासा
मिथिला देश निवासी छी हम, मैथिली हमर भाषा
प्रस्तुत विचार विभिन्न कविता तथा गजलके शायरी अछि। धीरेन्द्र प्रेमर्षि, देवेन्द्र मिश्र, गजेन्द्र गजुर, विद्यानन्द बेदर्दी, शेख शब्बीर जीक रचनासँ प्रसस्तु कएल अछि। 21 feb के international mother tounge day मनाएल जाइ छै । अहाँ कतौँ ई कोट्स कहैत वा लिखैत काल रचनाकारके नाम अवश्य लेब। मैथिली आओर दर्द भरल कोट्स, प्रेरणादायी विचार मैथिली सेयर करी।
भााषा आत्मसम्मान मरि गेलाक वाद खत्म होइ छै! विकाश दिव्यकिर्तिके भिडियो वक्तव्य !
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जे लोक अपन मातृभाषाके छोडि दै छै से सडल गलल माछोसँ घिनाह छै! जोस रिसाल, लेखक
मातृभाषा सोचक माध्यम अछि !
Quotes in Maithili