51 Dr. B. R. Ambedkar Quotes In Maithili । बाबा भीम राउ अम्बेडकर । Inspire & Fire
१.हम रातिभरि एहि लेल जगैत छी किएकी हमर समाज सुतैत अछि।
२.महात्मा एलथि आ चलि गेलथि मुदा अछुत अछुते बनल रहिगेल।
३.जे कोम इतिहास नइँ जनैछै ओ कोम कहियो इतिहास नइँ बनि सकैए।
४.बुद्धिक विकास मानव अस्तित्वके पहिल लक्ष्य हेबाक चाही।
५.कोनो चिजके स्वाद बदलल जा सकैए मुदा विषकेँ अमृत किन्नहु नइँ कएल जा सकैए।
६.भाग्यमे नइँ अप्पन पुरुसार्थमे विश्वास राखू।
Dr. B. R. Ambedkar Quotes In Maithili
७.जे लोक अपन मृत्युके सदा स्मरण रखैत अछि ओ व्यक्ती सदैव नीक काज करैत अछि।
८.सागरमे मिलिक’ अपन पहिचान गुमौनिहार पानीक एक बुंदक विपरीत मनुख जइ समाजमे रहैत अछि ओत ओ अपन पहिचान नइँ गमबैत अछि।
९.हम आदिसँ अन्त्यधरि भारतीय छी ।
१०.जिनगी नम्हर हेबाक जगह महान् हेबाक चाही।
११.समान्यता: कोनो स्मृतिकार ई नइँ बताएत जे अहाँक सिद्धान्त किए अछि आ केहन अछि।
Dr. B. R. Ambedkar Quotes In Maithili
१२.मनुख बस समाजक विकास लेल नइँ जन्मल अछि बल्की स्वयंके विकास लेल जन्मल अछि।
१३.उदासीनता लोकके प्रभावित करए बला सबसँ खराब प्रवृतिके बिमारी अछि।
१४.गुलाम बनिक’ जीयब त कुत्ता समझिक’ लात मारत ई दुनियाँ आ नबाब बनिक’ जीयब त शेर समझिक’ सलाम करत ई दुनियाँ।
१५.एकटा इतिहासकार सटीक,सक्षम आ इमन्दार हेबाक चाही।
डा. बाबा साहेब अमबेडकर प्रेरणादायी विचार
१६.न्याय सदैव समानताक विचारकें जन्मबैत अछि।
१७.सब लोक जे ‘मिल’ सिद्धान्त अनुसार ‘एक देश दोसर देशपर’ शासन नइँ कऽ सकबाक नारा दोहरबैत अछि ओकरा ज्ञात हेबाक चाही जे ‘एक वर्ग सेहो दोसर वर्गपर’ शासन नइँ कऽ सकैए।
१८.एकटा सुरक्षित सेना एकटा सुरक्षित सीमासँ बहुत बेसी नीक छै।
१९.जाधरि अहाँ समाजिक स्वतन्त्रता हासिल नइँ कऽ लैत छी ताधरि अहाँ लेल कानुनी स्वतन्त्रता कोनो काजके नइँ अछि।
Dr. B. R. Ambedkar Quotes In Maithili
२०.हम कोनो भि समुदायक प्रगतिके ओहि समुदायक महिलाक प्रगतिसँ मापन करैत छी।
२१.पति-पत्नी बीचक सम्बन्ध कोनो गहिंरहर मित्रताक सम्बन्ध जकाँ हेबाक चाही।
२२.जाति कोनो ईटक देबाल आ काँटक तार नइँ छै जे हिन्दूके अपनामे मिल’ सँ रोकि सकए।जाति त बस एकटा धारणा आ लोकक मोनक अवस्था छै।
२३.बुद्धिक विकास मनुष्यके अन्तिम लक्ष्य सेहो हेबाक चाही।
Dr. B. R. Ambedkar Quotes In Maithili
२४.एकटा महान व्यक्ती एक समान्य व्यक्तीसँ एहि लेल अलग होइछै जे ओ सदैव अपन समाजक सेवक बन’ लेल तयार रहैत अछि।
२५.जेना मनुष्य नश्वर छै।तहिना बिचार सेहो नश्वर छै।जेना कोनो पोधाके पानिक जरुरी होइत छै, तहिना बिचारकेँ सेहो प्रचार-प्रसारक जरुरति होइछै।नइँ त दुनू मुरझा जाइत छै।
२६.हम राजनीतिमे सुख करए लेल नइँ बल्की अपन भाइसबकेँ दबाएल,पिसाएल अधिकार दियाब’ अएल छी।
डा. बाबा साहेब
अमबेडकर प्रेरणादायी विचार
२७.हमर नामक जयजयकार लगौनाइसँ नीक छै हमर देखाएल बाटपर चली।
२८.इतिहास गबाह अछि जत’ नैतिकता आ अर्थशास्त्रक बीच युद्ध होइत छै ओत जीत सदिखन अर्थशास्त्रेकेँ होइत छै।निहीत स्वार्थकेँ स्वेच्छासँ ताधरि नइँ छोडल जाइत छैक जाधरि विवशतासँ अधीक बल नइँ लगाएल जाइत छै।
२९.संविधान, ई केवल वकीलक दस्तावेज नइँ जिनगीक एकटा माध्यम अछि।
Dr. B. R. Ambedkar Quotes In Maithili
३०.एकटा सफल क्रान्तिक लेल केवल असंतुष्टी होनाइ आवश्यक नइँ अछि।एहि लेल न्याय,राजनीतिक आ समाजिक अधिकारमे अटुट आस्था होनाइ परम् आवश्यक अछि।
३१.राजनैतिक अत्याचार समाजिक अत्याचारक तुलनामे किछु नइँ अछि आ जे सुधारक समाजक अवज्ञा करैत अछि से सरकारक अवज्ञा केनिहार राजनीतिज्ञसँ बेसी साहसी होइत अछि।
३२.राष्ट्रबाद तखने औचित्य ग्रहण कऽ सकैए जखन लोकक बीच जाति,नश्ल आ रंगक औचित्य बिसराक’ ओकरा समाजिक भातृत्वकें उचित स्थान देल जाए।
३३.जऽ हम एक संयुक्त, एकीकृत आधुनिक राष्ट्र चाहैत छी त सब धर्मक शास्त्रक सम्प्रभुताक अन्त होएब निश्चित अछि।
डा. बाबा साहेब अमबेडकर प्रेरणादायी विचार
३४.समानता एकटा परिकल्पना भऽ सकैत अछि तथापी एकरा एक गवर्निंग सिद्धान्तक रुपमे स्वीकार करए पडत।
३५.हमरा अपना पैर पर ठाड होएबाक अछि,अपन अधिकारक लेल लडबाक अछि त अपन शक्ति आ बलकें पहिचानू किएकी शक्ति आओर प्रतिष्ठा संघर्षेसँ भेटैत छैक।
३६.जऽ हमरा लागल एहि संबिधानक दुरुपयोग भऽ रहल छै त सबसँ पहिने एकरा जराएब हम।
३७.हमरासभ लग ई स्वतन्त्रता एहि लेल अछि जे कि हमसभ ओकरा सुधारि सकी जे समाजिक व्यवस्था,असमानता,भेदभाव आ बहुतो चिजसँ भरल छै जे अपनसभक मौलिक अधिकारक बिरोधी अछि।
३८.कानुन आ व्यवस्था राजनीतिक शरीरक दबाइ छै।जखन राजनीतिक शरीर बेमार हुवए दबाइ अवस्से देबाक चाही।
३९.जाधरि अहाँ समाजिक स्वतन्त्रता हासिल नइँ कऽ लेलहुँ, कानुन अहाँकें कोनो स्वतन्त्रता देल बेइमानी अछि।
Dr. B. R. Ambedkar Quotes In Maithili
४०.निहीत स्वार्थकें ताधरि नइँ छोडल गेल छैक जाधरि कि बलपूर्वक मजबूर नइँ कएल गेल हो।
४१.धर्म आ गुलामी असंगत छै।
४२.जे धर्म जन्मसँ ककरो ‘श्रेष्ठ’ आ ककरो ‘नीच’ देखाबए ओ धर्म ‘धर्म’ नइँ ‘गुलामी’ बनेबाक षडयन्त्र अछि।
डा. बाबा साहेब अमबेडकर प्रेरणादायी विचार
४३.मनुख आ ओकर धर्मकें समाजद्वारा नैतिकताक अधारपर चयन करबाक चाही।जऽ धर्मेकें मनुखक लेल सबकिछु मानिलेल जेतै तहन किन्ही आ मानककें कोनो मूल्य नइँ रहि जेतै।
४४.धर्ममे पूर्ण रुपसँ सिद्धान्तक मात्र बात हेबाक चाही। एहिठाँ नियमक बात बिल्कुले नइँ हेबाक चाही।
४५.हम एहन धर्मकें मानैत छी जे समानता,स्वतन्त्रता आ भाइचारा सिखबैत अछि।
४६.लोक आ ओकर धर्म समाजिक मानकद्वारा समाजिक नैतिकताक अधारपर परेखल जाए।जऽ धर्मकें लोकक भलाइकें मानि लेल जेतै त आओर कोनो मानककें कोनो अर्थ नइँ रहतै।
Dr. B. R. Ambedkar Quotes In Maithili
४७.मनुवादकें अन्त करब हमर जीवनक पहिल लक्ष्य अछि।
४८.किछु लोक सोचैत छै जे समाजक लेल धर्मकें कोनो जरुरत नइँ छै मुदा हम एहि बिचारकें नइँ मानैत छी।मानव जीवनक लेल धर्मक स्थापना होनाइ परम् आवश्यक अछि।
४९.हिन्दू धर्ममे विवेक,कारण आ स्वतन्त्र सोचक विकास लेल कोनो स्कोप नइँ छै।
५०.हम ई नइँ मानैत छी आ नहिए कहियो मानबै जे गौतम वुद्ध भगवान विष्णुक अवतार छल।हम एकरा पागलपन आ झुट्ठेके प्रचार-प्रसार मानैत छी।