संदीप महेश्वरी एक संघर्षशील सफल Photographer व्यवसायी तथा Inspirational Personality छथि। Sandeep Maheshwari जी अपन Seminar , Sandeep Maheshwari Free Live Show, आदि WhatsApp Maithili Status, WhatsApp maithili Motivational Quotes एहि ठाँम प्रस्तुत अछि।
१. मेहनत एते छुपेचाप करू कि कामयाबी अनघोल मचाए दै ।
२. जेकरा अकेले चलैके हिम्मत रहै छै एकदिन ओकर पाछू भीड चलै छै।

३. कामयाव लोक अपन निर्णयसँ दुनिया बदैल दै छै जब कि नाकामयाव लोक दुनियाके डरसँ अपन फैसला बदैल दै छै।
४. जेकरासँ ककरो आश नइँ रहै छै ; प्राय ओएह लोक कमाल करै छै।
५. जीत आ हार अहाँक सोचपर निर्भर करैय, मानि लिअ तँ हार हएत जँ ठानि लिअ तँ जीत हएत।
६. जा धरि अहाँ अपनासँ नइँ हारि जएबै; ता धरि दुनियाक कोनो तागत हाराए नइँ सकत।
७. जँ तु सुरुजके सन चमकऽ चाहै छी; तँ पहिने सुरुज जँका जरै ल सिख ।
८. सपनाके पाबैके लऽ समझदार नइँ; कनि पागल हुअ पड़ैत छै।
९. कोनो लक्ष्य लोकके साहससँ नम्हर नइँ होइ छै।
१०. हारले ओहे जे लड़ल नइँ ।
११. बाहारके चुनौतीसँ नइँ हमसभ अपने भितरके कमजोरीसँ हारै छी।
१२. जेना पतझरके बिना गाछमे पत्ता नइँ आबै छै; ठीक ओहेने कठीनाइ आ संघर्षके बिना नीक दिन नइँ आबै छै।
१३. समय तु जतेक परेाशान करि ले हमरा लेकिन एकदिन हम तोरा बदैल देबौ।
१४. यदि अहाँ ओइ बखत हसिँ सकै छी जब अहाँ भितर पुरापुरी टुटि चुकल छी; तँ दुनियाक कोनो तागत अहाँकेँ तोड़ि नइँ सकत।
१५. एकटा इच्छासँ किछ नइँ बदलै छै मुदा निश्चयसँ सब किछ बदैल जाइ छै।
१६. जतऽ धरि रस्ता देखाइय ओत धरि तँ चलू ,आगुके रस्ता ओत पहुचैके वाद देखाए पड़त।
१७. सब छोटका बदलाव नम्हर कामयाबीके सुरूवात करै छै।
१८. लोक तखन सफल होइ छै जखन दुनियाँकेँ नइँ अपनाकेँ बदलैके सुरू करै छै।
१९. बिचारसभकेँ पढ़िके बदलाव नइँ आबै छै ।
बिचारसभपर चलिके बदलाव आबै छै।
२०. जिन्गीमे पछतेनाय छोडि दिही; किछ एहन कर कि तोरा छोड़ैबला लोक पछताबौ ।
२१. जिन्गीके दौड़मे जे अहाँक दौड़के नइँ हरा सकत से तोड़िके हराब चाहत।
२२. जे आदमी कहियो गलती नइँ कएलक, से कहियो किछ नया करैके कोसिस नइँ कएलक।
२३. गलती करैमे कोनो खराब बात नइँ अछि, मुदा बेर बेर एके गलती कएनाइ सबसँ बड़का गलती अछि।
२४. नीक देखाबैके लेल नइँ; नीक बनैके लेल जिबू।
२५. सम्मान आ प्रशंसा माङ्गल नइँ जाइ छै ; कमाएल जाइ छै।
२६. सपना ओ नइँ छियै जे निन्नमे देखाइ छै; सपना ओ छियै जे निन्नके नइँ आब दैइ छै ।
२७. जँ जिन्गीके समझबाक अछि तँ पाछू देखू !
जँ जिन्गीकेँ जिबाक अछि तँ आगू देखू !
२८. जखन हम समस्यासबसँ डरलियै,
मरलियै तँ नइँ लेकिन
जीयो नइँ सकलियै
२९. सबसँ बरका रोग ?
कि कहतै लोग !
३०. अपन भितरके अवाज सुन
किएक अहाँ जे मानि लेबै से आइ नै तँ काल्हि
अहाँ उहे बनि जेबै।
३१. नइँ भागैके छै
नइँ दौगैके छै
बस्स ! चलैत रहनाइ छै
३२. पैसाक महत्व एतेक छै
जतेक एकटा गाडीमे पेट्रोलके रहै छै
नइँ ओइसँ कम ,नइँ ओइसँ बेसी
३३. जखनि अहाँकेँ लोक कहऽ लागै
अहाँ पगलाए गेलियै
तँ अहाँ समैझ जाउ कि
अहाँ सही रस्तापर छी !
३४. जिन्गीमे कहियो किछु केनाए य न !
तँ सच्च बोलि दियौ !
३५. हम एहि दुनियाँसँ चलि जेबै,
मुदा हमरा जँका लाखोँ लोक आओर आबि जेतै आगू
कोइ आओर हेतै जे पागल हेतै, जे एना करैत रहतै
आओर ई दुनियाँ बदलतै।
३६. जइ दिन अहाँ अपन जिन्गीके
खुलि कए जिलेलियै
बस्स ओएह उत्सव छियै
बाकीसब तँ तिथिमिति लिखल रहतै कलेन्डरमे
३७. जे Winner छै , जे जीततै
ओ एक बेर नै सय बेर खसतै
मुदा फेर उठतै, कहतै
“हम खेलबौ “
३८. जँ ई दिन
हमर जिन्गीके अन्तिम दिन होइ
ओइमे किछु एहन करबै, कुछो एहन
जे जानैके वादो,काल्हि भोरके हम नइँ उठबै
तइयो आइ रातिके चैनसँ सुति सकबै !
३९. ई जे काम करि रहल छियै
एकरा करैएके ले ; हम दुनियाँक कोनो चीज
हराबैलेल तैयार छियै !
४०. जे हारल छी, डरल छी
थाकल छी, बैठल छी
सुतल छी , रूकल छी
आरे उठ ! ठाढ हो ! आगु बढ
सब खेल पलटि जेतौ एक दिनके भितरमे
४१. मानि लेलियौ ! हजार कारण छै
तोरा नइँ कएल हेतौ !
लेकिन एकटा एहन कारण तँ खोजि ले
जइ कारणसँ तु ओ करि लेबही।
४२. जे कर्म अहाँ भितरसँ मजबुत करै य
से नीक कर्म छियै
जे कर्म अहाँके भितरसँ कमजोर करै य
से खराब कर्म छियै
४३. अखन अहाँ अपन बात नइँ पूरा कएलियै !
तँ दोसरकेँ देल वचनकेँ कोना पूरा करबै ?
४४. जिन्गीमे आगु बढैय लेल
सबसँ जरुरी चीज कथि छै ?
अहाँकेँ अपन नजरिमे उठनाइ य
जे लोक अपन नजरिमे उठि गेलै
ओ दुनियाँक नजरिमे अपने उठि जेतै

४५. जँ अहाँ अइ दुनियाँमे कोनो एहन काम छै
जे अहाँ दिलसँ करऽ चाहै छी
ओइ कामके अइ दुनियाँ एकोटा लोक छै
जे करि रहल छै,
तँ अहूँ खेल खेलमे उ कामकेँ करि लेबै
४६. चाहभी तइयो
तू जिन्गीक खेलमे आउट नइँ हुअ सकभी ता धरि,
जा धरि तूँ मैदानके छोडि कऽ नइँ भाग भी
४७. भितरसँ जइदिन आबि गेल
हमरा किछू करनाइ छै
हमरा किछू करनाइ छै
हमरा किछुु करनाइ छै
तँ के रोकत अहाँकेँ भाइ ?
उठू बढू आगू !
४८. हमर समय गेलै
आब अहाँक समय सुरू...
४९. अहाँक इच्छाशक्तिके आगू
दुनियाँक कोनो शक्ति टिक नइँ सकत !
५१. भरोसा जँ इश्वरपर अछि
तँ जे भाग्यमे जे छै सएह भेटत
लेकिन , भरोसा जँ अपनापर अछि
तँ इश्वरो अहाँक भाग्य ओहिने लिखत
जेना अहाँ चाहबै !